नई दिल्ली: इलेक्ट्रिक वाहनों की दुनिया में एक नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है। अमेरिकी कंपनी ल्यूसिड मोटर्स की ल्यूसिड एयर ग्रैंड टूरिंग ने एक बार के फुल चार्ज में 1200 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। यह कार स्विटजरलैंड के सेंट मॉरिज से जर्मनी के म्यूनिख तक 1207 किलोमीटर (लगभग 749 मील) चली, बिना कहीं रुके या चार्ज किए। इस यात्रा में तीन देशों को पार किया गया, जिसने इलेक्ट्रिक वाहनों की रेंज को लेकर नया मानदंड स्थापित किया। आइए, इस कार की खासियत और इस रिकॉर्ड की कहानी जानते हैं।
किन कारकों से बना रिकॉर्ड?
लंदन के उद्यमी उमीत सबानसी ने इस कार को चलाकर यह रिकॉर्ड बनाया। उनकी यह उपलब्धि इसलिए खास है क्योंकि यात्रा में पहाड़ी रास्तों, हाई-स्पीड हाईवे और संकरी सड़कों का मिश्रण था। कार के रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम ने बैटरी को रास्ते में चार्ज करने में मदद की, जिससे यह अपनी ऑफिशियल WLTP रेंज 960 किमी से कहीं ज्यादा दूरी तय कर सकी। इसने पिछले रिकॉर्ड को 160 किमी से पीछे छोड़ दिया, जो जून 2025 में मर्सिडीज-बेंज EQS450+ ने 1045 किमी के साथ बनाया था।
फीचर्स
इसे ल्यूसिड एयर ग्रैंड टूरिंग विशेष बनाता हैं। इसकी खूबी है कि यह 831 हॉर्सपावर का पावर देता है। यह सिर्फ 1.89 सेकंड में 0-100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ लेती है, जो इसे दुनिया की सबसे तेज सेडानों में से एक बनाता है। इसकी टॉप स्पीड 270 किमी/घंटा से अधिक है। 117 kWh की बैटरी और उन्नत पावरट्रेन तकनीक इसे बेजोड़ दक्षता देती है। यह कार 16 मिनट में 400 किमी तक की रेंज चार्ज कर सकती है। हालांकि, इसकी कीमत 2 करोड़ रुपये से ज्यादा है, जो इसे लग्जरी सेगमेंट में रखती है।
यह रिकॉर्ड न केवल ल्यूसिड की तकनीकी श्रेष्ठता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि इलेक्ट्रिक वाहन लंबी दूरी की यात्रा के लिए तैयार हैं। उमीत सबानसी ने कहा कि यह उपलब्धि इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के भविष्य को आज हकीकत में बदल रही है। यह कार रेंज और परफॉर्मेंस में नया बेंचमार्क सेट करती है।