
बाहरी नेताओं का बिहार में स्वागत है
वह बिहार ही है, जिसने दुनिया को पहला गणराज्य दिया। आधुनिक लोकतंत्र के बीज इसमें मिल जाते हैं। पहला बड़े साम्राज्य का सपना सबसे पहले बिहार ने देखा, उसे हकीकत में तब्दील भी किया। दुनिया को अर्थनीति, राजनीति व कूटनीति का पाठ पढ़ाने वाले आचार्य चाणक्य की जन्मभूमि और कर्मभूमि यही रही। इतनी गुरुता के बाद भी बिहार दूसरों के लिए पराया नहीं बना। बाहर से आने वाले नेताओं का खुले दिल से स्वागत किया। बिहार की इसी खूबी पर रोशनी डालती वरिष्ठ पत्रकार उपेंद्र राय की यह रिपोर्ट...
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