जहानाबाद: आपने शायद ही कोई ऐसी सड़क देखी हो, जहां बीच सड़क पर लाइन से पेड़ खड़े हों। लेकिन बिहार के जहानाबाद में निर्माण एजेंसी ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है। सड़क के एक तरफ जाने वाले कैरिज-वे के बीचो-बीच पेड़ों की कतार लगी है। जहानाबाद से गया जाने वाली सड़क पर एरकी गांव के नजदीक इसे चलते-चलते देखा जा सकता है।
दरअसल, जहानाबाद से गया को जोड़ने वाली सड़क का चौड़ीकरण किया जाना है। इसका कनौदी रिलायंस पेट्रोल पंप से मई गुमटी तक का हिस्सा करीब 7.2 किलोमीटर है। इस पर 98 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पहले रास्ते में किनारे पर हरे-भरे पेड़ थे। चौड़ा करने पर वह बीच में आ रहे थे। निर्माण एजेंसी पथ निर्माण विभाग का कहना है कि पेड़ों की कटाई का आवेदन वन विभाग को पहले ही दिया गया है, लेकिन अभी तक इसकी इजाजत नहीं मिल सकी है।
पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता धनंजय कुमार के मुताबिक, वाहनों के दबाव को देखते हुए चौड़ीकरण का काम बिना पेड़ काटे ही कर दिया गया है। यह कार्य 2022 के अप्रैल माह में शुरू हुआ था, जिसे पूरा करने की समय सीमा अप्रैल 2025 में समाप्त हो चुकी है। पेड़ व अतिक्रमण की बाधाओं के कारण अभी तक मात्र 30 प्रतिशत ही काम हो पाया है।
बिहार सरकार के दो विभागों में तालमेल नहीं
राज्य पथ निर्माण निगम और वन विभाग के बीच इन पेड़ों को काटने को लेकर तालमेल नहीं बन सका है। इससे दिन में तो आने-जाने वाली गाड़ियों को दूर से पेड़ नजर आ जाते हैं। असल दिक्कत रात में होती है। हल्की सी चूक दुर्घटना का सबब बन सकती है। थोड़ी राहत की बात यह कि बाईपास से आवाजाही शुरू होने से इस रास्ते से बड़ी गाड़ियों का दबाव कम रहा है। इससे गंभीर दुर्घटनाएं टल रही हैं। फिर भी, शहर में आने वाले मालवाहक वाहन समेत हल्के वाहन इसी रास्ते का इस्तेमाल करते हैं। इस मामले में जिला प्रशासन का कहना है कि दुर्घटना की संभावना को देखते हुए पेड़ पर रेडियम पट्टी लगाई गई है, ताकि राहगीरों को देखने में दिक्कत न हो।