पटना: बिहार से दूर रहने वालों को अब त्योहारों में अपने घर आने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। राज्य सरकार ने उनकी सुविधा का खास ख्याल रखते हुए बड़ा कदम उठाया है। अब त्योहारों के समय दिल्ली समेत देश के कई प्रमुख राज्यों से बिहार के लिए बस की सुविधा मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार 299 एसी और नॉन एसी बसें चलाएगी। प्रदेश कैबिनेट ने इससे जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
बिहार से बड़ी संख्या में लोग दूसरे राज्यों में रहते हैं। खासकर होली, दीपावली और छठ पूजा में इन सबकी इच्छा अपने पैतृक गांव पहुंचने की रहती है। लेकिन कई बार ट्रेन और प्लेन का टिकट नहीं मिल पाने के कारण नहीं पहुंच पाते हैं। इसमें उनको काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। ऐसे में त्योहार के मौके पर बिहार आने वाले लोगों की परेशानी को दूर करने के लिए बिहार सरकार ने बड़ा ऐलान किया है और 299 एसी और नॉन एसी बसों का परिचालन करने का फैसला लिया है। यह बसें देश के विभिन्न राज्यों से बिहार के लिए चलेंगी।
त्योहार के वक्त बिहार आना होगा आसान
बिहार के लोग विभिन्न पर्व-त्योहारों खासकर छठ, होली, दीपावली एवं दुर्गा पूजा के अवसर पर काफी संख्या में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से अपने घर आते हैं। पर्व-त्योहारों के अवसर पर बिहार आने में लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में लोगों की यात्रा को सुगम बनाने और उनकी सहूलियत के लिए राज्य सरकार लगातार कदम उठा रही है।
बिहार के लोग विभिन्न पर्व-त्योहारों खासकर छठ, होली, दीपावली एवं दुर्गा पूजा के अवसर पर काफी संख्या में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से घर आते हैं। पर्व-त्योहारों के अवसर पर बिहार आने में लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बिहार आने वाले लोगों…
— Nitish Kumar (@NitishKumar) June 26, 2025
कैबिनेट की बैठक में मिली स्वीकृति
24 जून 2025 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में इसे स्वीकृति दे दी गई है। राज्य सरकार 75 वातानुकूलित और 74 डीलक्स बसों की खरीद पर 105.82 करोड़ रुपये खर्च करेगी। साथ ही लोक निजी भागीदारी के अंतर्गत भी 150 अतिरिक्त एसी बसों का परिचालन कराया जाएगा।
चलेंगी स्पेशल ट्रेनें
इसके साथ ही राज्य सरकार पर्व-त्योहारों खासकर होली, दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पूजा के मौके पर केंद्र सरकार से और अधिक विशेष ट्रेन चलाने का अनुरोध करेगी। इससे बिहार आने में लोगों को काफी सहूलियत होगी और वे आराम से घर पहुंच सकेंगे।