आधी आबादी पर आधे से ज्यादा आदर्श महिला हितैषी ग्राम पंचायतों की जिम्मेदारी

बिहार सरकार ने महिला सश​क्तिकरण की दिशा में पहल की है। सरकार का जोर स्थानीय स्तर पर ​इनकी राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने का है। इस वक्त 50 प्रतिशत से अधिक ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों और जिला परिषदों का नेतृत्व महिलाएं कर रहीं हैं।

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पटना: बिहार सरकार महिलाओं का सशक्त बनाने की दिशा में पहल की है। इसका बड़ा जिम्मा पंचायती राज विभाग पर है। इसी कड़ी में प्रदेश में आदर्श महिला हितैषी ग्राम पंचायत के रूप में विकसित करने के लिए चुनी गईं 38 ग्राम पंचायतों में से 29 की कमान महिला जन प्रतिनिधि के हाथों में है।

पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता ने बीते दिनों बताया कि ग्राम पंचायतों के विकास से राज्य और देश का समग्र विकास संभव है। इसी नजरिए से से महिला जनप्रतिनिधियों को केवल अधिकार नहीं दिए गए, बल्कि उन्हें सक्षम नेतृत्वकर्ता बनाने हेतु प्रशिक्षण और एक्सपोजर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसमें ई-ग्राम स्वराज पोर्टल, वित्तीय प्रबंधन, प्रशासनिक प्रक्रियाएं और सामाजिक नेतृत्व समेत दूसरे कई पहलू शामिल हैं।

इससे पहले इसी साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नई दिल्ली में सशक्त पंचायत-नेत्री अभियान की शुरुआत की गई है। इसमें बिहार की महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस मौके पर सभी राज्यों के सभी जिले में एक ग्राम पंचायत को आदर्श महिला हितैषी ग्राम पंचायत के रूप में विकसित करने की घोषणा की गई। इसके बाद राज्य स्तर पर भी पांच मार्च को प्रत्येक जिले से एक ग्राम पंचायत को आदर्श महिला हितैषी ग्राम पंचायत के रूप में चयनित किया गया।

सरकार के कई फैसले साबित हुए अहम

नीतीश सरकार के कई फैसले इस दिशा में अहम साबित हुए हैं। 2005 में त्रि-स्तरीय पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। इससे बिहार की पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। आंकड़ों के अनुसार, राज्य की 50 प्रतिशत से अधिक ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों और जिला परिषदों का नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं।

कई पंचायतें हुई पुरस्कृत

2024 बिहार की ग्राम तीन पंचायतों को विभिन्न श्रेणियों में दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सतत विकास पुरस्कार (राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार-2024) में तृतीय स्थान प्राप्त करने पर राष्ट्रपति ने पुरस्कृत किया था। पुरस्कार के लिए चयनित इन तीन ग्राम पंचायतों (जजुआर मिडिल, पुनहाड़ा और परथु) में से दो का नेतृत्व महिला मुखिया (निभा कुमारी, पुनहाड़ा, जहानाबाद और तृप्ति कुमारी, परथु, नालंदा) के हाथ में है।

इतना ही नहीं, राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस-2025 के अवसर पर मधुबनी जिले के झंझारपुर प्रखंड के उत्तर लोहना ग्राम पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में समस्तीपुर जिले के रोसड़ा प्रखंड की मोतीपुर ग्राम पंचायत को विशेष पंचायत पुरस्कार श्रेणी में क्लाइमेट एक्शन विशेष पंचायत पुरस्कार-2025 में तीसरा स्थान प्राप्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए उनको सम्मानित भी किया। इस ग्राम पंचायत का नेतृत्व प्रेमा देवी के हाथ में है।

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