नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (CM Rekha Gupta) ने मंगलवार तीस हजारी और दिल्ली सचिवालय में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (Ayushman Arogya Mandir) का उद्घाटन किया। इसके साथ ही राजधानी में 33 आयुष्मान आरोग्य मंदिर और 17 जन औषधि केंद्रों का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल आयुष्मान भारत मिशन के तहत दिल्लीवासियों को सस्ती, गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। दिल्ली सरकार का लक्ष्य राजधानी में 1139 आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित करना है। ताकि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 15 केंद्रों के माध्यम से नागरिकों को मुफ्त प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, हमारी सरकार स्वस्थ दिल्ली, सशक्त दिल्ली के विजन के साथ काम कर रही है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर दिल्लीवासियों के लिए नई उम्मीद लेकर आए हैं। इन केंद्रों में 12 सर्विस पैकेज उपलब्ध होंगे, जिनमें गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण, प्रसवपूर्व और प्रसवोत्तर देखभाल, बुजुर्गों के लिए विशेष सेवाएं, मानसिक स्वास्थ्य, टीबी और कुष्ठ रोग उन्मूलन जैसी सुविधाएं शामिल हैं। साथ ही, इन-हाउस लैब टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
पिछली सरकार के मोहल्ला क्लिनिक मॉडल की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये क्लिनिक जनता की सेहत सुधारने के बजाय भ्रष्टाचार का केंद्र बन गए थे। सड़क किनारे अस्थायी केबिन में अनट्रेंड स्टाफ और आउटसोर्स टेस्टिंग के नाम पर करोड़ों रुपये का दुरुपयोग हुआ। कई क्लिनिक असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बन गए थे। इसके विपरीत, आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थायी, सुव्यवस्थित और व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगे। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने दिल्ली को 2400 करोड़ रुपये की हेल्थ ग्रांट दी थी, जिसे पिछली सरकार ने उपयोग नहीं किया। अब नई सरकार इस फंड से 1139 आरोग्य मंदिरों का निर्माण कर रही है।
ये केंद्र 50-80 फीसदी सस्ती दवाएं और सर्जिकल उपकरण उपलब्ध कराएंगे
मुख्यमंत्री ने जन औषधि केंद्रों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये केंद्र 50-80 फीसदी सस्ती दवाएं और सर्जिकल उपकरण उपलब्ध कराएंगे। पिछली सरकार ने राजनीतिक कारणों से जन औषधि केंद्रों को शुरू नहीं किया। हमारी सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों में ये केंद्र खोलने का निर्णय लिया है, जिससे मरीजों को किफायती दवाएं मिलेंगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

उन्होंने दिल्ली सरकार के लक्ष्य के बारे में बताया कि 1000 लोगों पर तीन अस्पताल बेड उपलब्ध कराने की दिशा में 24×7 काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “आयुष्मान भारत और वय वंदना योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। दिल्ली में 83 अस्पताल, जिनमें 59 निजी और 24 सरकारी शामिल हैं, इन योजनाओं से जुड़े हैं।”
सीएम ने कोर्ट परिसर में पोस्टरबाजी रोकने का आह्वान किया
तीस हजारी के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिवक्ता समुदाय से स्वच्छता बनाए रखने की अपील की और कोर्ट परिसर में पोस्टरबाजी रोकने का आह्वान किया। उन्होंने हेल्थ विभाग की सराहना करते हुए कहा कि 100 दिनों में 33 आरोग्य मंदिर तैयार किए गए, जो साफ-सुथरे और मरीजों के लिए सुविधाजनक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, दिल्ली के लोग लंबे समय से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित थे। हमारी सरकार का संकल्प है कि कोई भी दिल्लीवासी इलाज के अभाव में अपनी जान न गंवाए। आयुष्मान आरोग्य मंदिर और जन औषधि केंद्र इस दिशा में एक मजबूत कदम हैं।