पटना: बिहार का पहला यह डबल डेकर फ्लाईओवर है। इसकी लागत करीब 422 करोड़ रुपये आई है। अशोक राजपथ पटना का काफी व्यस्तम इलाका है। जाम इस रास्ते की बड़ी समस्या है। अब इस फ्लाईओवर के चालू होने से जाम से राहत मिलेगी।
फ्लाईओवर चालू होने से लोग आसानी से अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे। अशोक राजपथ, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय और साइंस कॉलेज के क्षेत्र में यातायात दबाव को कम करेगा। इससे छात्रों, मरीजों, व्यवसायियों और आम नागरिकों को बड़ा लाभ होगा।
तीन लेयर में होगा सफर
पटना के लोग अशोक राजपथ में तीन लेयर में यात्रा करेंगे डबल डेकर पुल की ऊपरी लेयर से आप कारगिल चौक से पटना विश्वविद्यालय गेट (शताब्दी द्वार) तथा पटना साइंस कॉलेज तक 2.2 किलोमीटर का तक सफर करेंगे।
पुल की दूसरी लेयर आपको पटना कॉलेज मेन गेट से बी एन कॉलेज मेन गेट तक 1.45 किलोमीटर का सफर कराएगी। वहीं, सबसे निचली लेयर पर दोनों तरफ सड़क मार्ग से आप हो सकेगी।
3 साल में बनकर हुआ तैयार
देखने और साजो सजावट में सुंदर लग रहे डबल डेकर फ्लाईओवर की नींव 15 जनवरी 2022 को रखा गया था। इसको बनकर तैयार होने में तीन साल लगे। इसके निचले लेयर की लंबाई 1449 मीटर और ऊपरी लेयर की लंबाई 2175.50 मीटर है। इसके निर्माण में कंपोजिट स्ट्रक्चर स्टील गार्डर पर आरसीसी डेक से हुआ है। इसकी चौड़ाई 8.50 मीटर है।
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने किया निर्माण
इस पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने किया है। इसके चालू होने से पीर बहोर, पटना मार्केट, गोविंद मित्रा रोड, मखनिया कुआं रोड, खजांची रोड, महेंद्रू गोकलपुर, गांधी मैदान, एनआईटी, कृष्णा घाट, बीएन कॉलेज, सिविल कोर्ट, भिखना पहाड़ी, रमना रोड, एनआईटी, पटना विश्वविद्यालय और गुलबी घाट जाने वालों को काफी सुविधा होगी।
सीएम बोले, शहर को मिली नई पहचान
सीएम नीतीश कुमार ने इस मौके पर कहा कि यह सिर्फ आवाजाही बेहतर करने का प्रोजेक्ट नहीं है। यह शहर को नई पहचान बनेगा। यह तकनीक, प्रबंधन और सौंदर्य का संगम है। आने वाले समय में बिहार के दूसरे शहरों के लिए यह एक उदाहरण बन सकता है। यह तकनीक, प्रबंधन और सुंदरता का मिश्रण है।