नई दिल्ली: एशिया कप 2025 को लेकर एक बार फिर से चर्चा तेज हो गई है, और इस बार बहस की शुरुआत एक पोस्टर से हुई है जिसे टूर्नामेंट के ब्रॉडकास्टर सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क ने जारी किया है। इस प्रचार पोस्टर में भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश के कप्तानों को दिखाया गया है, लेकिन पाकिस्तान का कोई जिक्र नहीं है। इससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि पाकिस्तान इस बार टूर्नामेंट से बाहर हो सकता है।
भारत करेगा एशिया कप की मेजबानी
सितंबर 2025 में होने वाले इस टूर्नामेंट की मेज़बानी भारत को सौंपी गई है। हालांकि पाकिस्तान का भारत दौरे से इंकार और दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंध एक बार फिर क्रिकेट में बाधा बनते दिख रहे हैं। पिछले साल चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भी बीसीसीआई ने पाकिस्तान में खेलने से इनकार किया था, जिसके बाद भारत के मैच यूएई में कराए गए थे।
पोस्टर से गायब है पाकिस्तान, विवाद शुरू
सोनी स्पोर्ट्स के नए प्रमोशनल पोस्टर में सूर्यकुमार यादव (भारत), नजमुल शांतो (बांग्लादेश) और चरिथ असलंका (श्रीलंका) को जगह दी गई है, लेकिन पाकिस्तान का कोई कप्तान या खिलाड़ी इसमें नजर नहीं आ रहा है। इससे यह संकेत मिल रहे हैं कि पाकिस्तान टूर्नामेंट से नाम वापस ले सकता है या फिर किसी अन्य देश में उसके मैच आयोजित किए जा सकते हैं।
पाकिस्तान की जगह कौन?
अगर पाकिस्तान टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेता, तो उनकी जगह नेपाल या सिंगापुर जैसे उभरते एशियाई देश को मौका दिया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि एशिया कप 2025 में आठ टीमों के खेलने की संभावना है, जिनमें भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, यूएई, हांगकांग और ओमान शामिल हैं।
टूर्नामेंट का स्थान भी विवाद में
हालांकि भारत को मेज़बानी मिली है, लेकिन अगर पाकिस्तान भारत में खेलने से इनकार करता है, तो उसके मैच तटस्थ स्थल-जैसे यूएई या श्रीलंका-में आयोजित हो सकते हैं। पहले भी 2023 एशिया कप इसी तरह ‘हाइब्रिड मॉडल’ पर खेला गया था, जहां भारत के मैच श्रीलंका में हुए थे।
अब क्या होगा आगे?
BCCI और ACC के बीच चल रही बातचीत और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की प्रतिक्रिया आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। फिलहाल, ब्रॉडकास्टर के संकेतों ने टूर्नामेंट को लेकर सस्पेंस बढ़ा दिया है।
एशिया कप 2025 को लेकर माहौल बनना शुरू हो गया है, लेकिन भारत-पाक रिश्तों की तल्ख़ी एक बार फिर टूर्नामेंट के स्वरूप पर असर डाल सकती है। अगर पाकिस्तान टूर्नामेंट से हटता है, तो यह क्रिकेट प्रेमियों के लिए भारत-पाक भिड़ंत से वंचित रहने जैसा झटका होगा। वहीं, नेपाल जैसी टीमों के लिए यह बड़ा मौका साबित हो सकता है।