नई दिल्ली: सहजन लगाने का सही मौसम: सहजन, जिसे मोरिंगा (Moringa) के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसा पेड़ है जो कम देखभाल में तेजी से बढ़ता है और सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। इसकी पत्तियां, फलियां और फूल पोषक तत्वों से भरपूर हैं। अगर आप अपने बगीचे, खेत या गमले में सहजन का पेड़ लगाना चाहते हैं, तो मानसून का मौसम (जून से सितंबर) इसके लिए सबसे उपयुक्त है। इस समय मिट्टी में नमी रहती है, जो पौधे की वृद्धि के लिए आदर्श होती है।
सहजन कहां लगाएं?
धूप वाली जगह: सहजन को ऐसी जगह लगाएं जहां दिन में कम से कम 6-8 घंटे धूप मिले।
मिट्टी का चयन: रेतीली या दोमट मिट्टी चुनें, जिसमें पानी जमा न हो।
जगह: इसे खेत, बगीचे, आंगन या छत पर गमलों में आसानी से उगाया जा सकता है।
सहजन लगाने के दो आसान तरीके
बीज से पौधा तैयार करें:
सहजन के बीज को 10-12 घंटे गुनगुने पानी में भिगोएं।
मिट्टी में 6-8 इंच गहरा गड्डा बनाएं और बीज को बो दें।
हल्का पानी डालें और मिट्टी को नम रखें।
7-10 दिनों में बीज अंकुरित होकर पौधा बनने लगेगा।
कटिंग से पौधा लगाएं:
1.5 से 2 फीट लंबी और लगभग 1 इंच मोटी स्वस्थ शाखा चुनें।
इसे मिट्टी में 6 इंच गहराई तक रोपें।
नियमित रूपा पानी डालें और धूप में रखें। 10-15 दिनों में जड़ें विकसित होने लगेंगी।
सहजन के छोटे पौधे की देखभाल कैसे करें?
पानी: सप्ताह में 2-3 बार पानी दें, लेकिन मिट्टी में जलजमाव न होने दें।
खाद: शुरुआत में गोबर की खाद या जैविक खाद का उपयोग करें।
सफाई: पौधे के आसपास खरपतवार न बढ़ने दें।
सुरक्षा: कीटों से बचाने के लिए नीम तेल का छिड़काव करें।
मानसून में पौधों की देखभाल के लिए टिप्स
पौधों की जड़ों में पानी जमा न होने दें, ताकि सड़न से बचा जा सके।
जैविक खाद और नीम की खली का उपयोग करें, जो फफूंद और कीटों से बचाव करती है।
पौधों को ऐसी जगह रखें जहां हल्की धूप और हवा का संचार हो।
पत्तियों पर जमा पानी साफ करते रहें, ताकि बीमारियां न फैलें।
क्यों लगाएं सहजन?
सहजन का पेड़ न केवल आपके आहार को पोषक बनाता है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है। इसे सही समय और तरीके से लगाकर आप अपने घर में हरियाली बढ़ा सकते हैं और पोषण से भरपूर फसल प्राप्त कर सकते हैं। मानसून का मौसम सहजन सहित कई पौधों को लगाने का शानदार अवसर है। थोड़ी सी मेहनत से आप अपने बगीचे को हरा-भरा और उपयोगी बना सकते हैं।