पटना: मनीष कश्यप बिहार के चर्चित यूट्यूबर हैं। इनके चैनल को बड़ी संख्या में लोग उनके फॉलो करते हैं। यह यूट्यूब पर बिहार के जनसमस्या, बेरोजगारी और स्वास्थ्य व्यवस्था जैसे मुद्दे को उठाते रहते हैं। साल 2020 में वो बिहार की चनपटिया विधान सभा सीट से निर्दलीय चुनाव भी लड़ा, लेकिन उनको हार का सामना करना पड़ा था।
तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट का कथित वीडियो मनीष कश्यप ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल से शेयर किया था। यह वीडियो बनाकर वो कानून के जाल में बुरी तरह फंस गए थे। उन पर भ्रामक वीडियो पोस्ट करने का आरोप लगा। इसी मामले में वह करीब 180 दिनों तक जेल में रहे।
भाजपा में शामिल हुए
जेल से निकलने के बाद मनीष कश्यप पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए थे। उन्हें भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने पार्टी की सदस्यता ली थी। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मनीष कश्यप की मुलाकात हुई। बीजेपी में शामिल होने के बाद मनीष कश्यप ने कहा था कि अपनी मां के कहने पर वह यह फैसला ले रहे हैं।
क्यों छोड़ी भाजपा?
19 मई 2025 को पटना के पीएमसीएच अस्पताल में यू-ट्यूबर को बंधक बनाकर पिटाई की गयी थी। तब किसी भाजपा नेता ने कोई सुध नहीं ली थी। चर्चा यह भी होती है कि इसी वजह से मनीष ने भाजपा छोड़ दी। हालांकि, भाजपा छोड़ने का कारण मनीष ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर कहा था िक चंपटिया के लोगों से विमर्श करके यह फैसला ले रहे हैं। अब वह गरीब, मजदूर और पलायन जैसे मुद्दे कों मजबूती से उठाएंगे।
क्या जनसुराज से होंगे उम्मीदवार, प्रशांत किशोर से मिलने की वजह
विगत कुछ दिनों से मनीष कश्यप का प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज में शामिल होने की चर्चा चल रही है। कहा यह भी जा रहा है कि मनीष बिहार के चंपटिया से जनसुराज के सिंबल से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। मनीष सात जुलाई को पटना के बापू सभागार में जन सुराज से औपचारिक रूप से जुड़ेंगे।