पटना: साल में आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। पीएम मोदी के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिहार पहुंच रहे हैं। वह 6 जून को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जनपद नालंदा में अति पिछड़ा सम्मेलन में जनसभा को संबोधित करेंगे। राहुल गांधी जनवरी, फरवरी, अप्रैल और चौथी बार मई महीने दरभंगा और पटना आए थे।
यह जनसभा इसलिए भी अहम मानी जा रही है कि जहां राहुल गांधी लोगों के बीच होंगे, वहां अत्यंत पिछड़ा वर्ग और पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की संख्या अधिक है। इससे निचले तबके के मतदाताओं को लुभाने की कांग्रेस नए सिरे कोशिश करेगी। वह यहीं से बिहार को सियासी मैसेज भी देंगे। साथ ही यह सीएम का क्षेत्र होने से भी दौरे की अहमियत होगी।
इससे पहले राहुल गांधी बीती 15 मई को बिहार के दरभंगा जिले में आये थे। राहुल गांधी ने दरभंगा में अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) समुदाय के छात्रों से मुलाकात की थी। हालांकि यह कार्यक्रम विवाद में भी रहा। स्थानीय प्रशासन और राहुल गांधी में हल्की कहासुनी भी हुई थी।
प्रशासन ने दावा किया था कि छात्रावास में किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी गई थी, बावजूद इसके राहुल गांधी और उनके समर्थकों ने कार्यक्रम आयोजित किया। इसके बाद उन पर प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी।
बीजेपी का तंज, नकल से अकल नहीं आती
प्रधानमंत्री मोदी 29-30 मई को बिहार दौरे पर थे। पीएम मोदी ने बिक्रमगंज में सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस को दलित और पिछड़ा विरोधी बताया था। इसके बाद 6 जून को बिहार के नालंदा में अत्यंत पिछड़ा वर्ग और पिछड़ा वर्ग के सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं। इसको लेकर बीजेपी नेता और नीतीश सरकार के कैबिनेट सहयोगी नीरज कुमार ने कहा कि वह मोदी जी की नकल कर रहे हैं। इससे अकल नहीं आएगी। जबकि मंत्री अशोक चौधरी ने भी कहा है कि इससे कांग्रेस या राहुल गांधी को कोई फायदा नहीं होगा।