पटना: बिहार में बृहस्पतिवार दो सियासी मुलाकातें चर्चा केंद्र में रहीं। सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक राजभवन पहुंचे। वहीं, उसके कुछ घंटे बाद लोजपा (रा) प्रमुख चिराग पासवान ने राज्यपाल से मुलाकात की। मुख्यमंत्री समेत सत्ता पक्ष के दो नेताओं की राज्यपाल से मुलाकात पर अटकलों का बाजार गरम रहा।
बिहार के सियासत को समझना है तो राजनीति पर नजर बारीक नजर रखनी होती है। तीन जुलाई की लगभग सुबह करीब 10:30 बजे मुख्यमंत्री राजभवन पहुंचे, जहां उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की। इसकी वजह क्या रही, इसकी अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री राज्यपाल से विश्वविद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर मिले थे। वहीं, जानकारों यह भी मानकर चल रहे हैं कि मुलाकात इसके साथ ही सियासी भी रही हो। आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुमार कोई बड़ा फैसला लें सकते हैं।
इस मुलाकात पर चर्चा का बाजार ठंडा भी नहीं पड़ा था, लोजपा (रा) प्रमुख केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की। इसके बाद राजभवन बाहर निकलते ही चिराग पासवान ने विपक्ष और जीतन राम मांझी पर बयान दिया। चिराग से पत्रकारों ने NDA के सहयोगी हम पार्टी के प्रमुख केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी से बिगड़ते संबंध को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने कहा की हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। जीतन राम मांझी मेरे लिए पिता तुल्य है, उनके राजनीतिक अनुभव से लगातार सीखते रहते हैं। राज्यपाल से मुलाकात के पीछे सवाल चिराग पासवान ने कहा कि कुछ राजनीतिक मुद्दे थे, जिनके बारे में राज्यपाल को अवगत कराना जरूरी था। चिराग ने यह भी कहा कि जल्द ही बिहार में NDA में सीटों का बंटवारा हो जाएगा।
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