पटना: बिहार की राजनीति में सोमवार, 19 मई ऐसी तस्वीर सामने आई, जिसके बाद सियासी गलियारे में इन चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और चिराग पासवान के बीच परदे के पीछे खास खिचड़ी पक रही है। सुबह नीतीश कुमार ने चिराग को बुलाया और चिराग बिना समय गंवाए सीएम आवास पहुंच भी गए।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले हुई इस मुलाकात को राजनीतिक पंडित सामान्य नहीं मान रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आगे बिहार की राजनीति में यह मुलाकात कोई नया गुल खिलाएगी। हालांकि, सीएम से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार में मुख्यमंत्री पद पर वैकेंसी नहीं है। चुनाव के बाद सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की मजबूत सरकार बनेगी।
चिराग और नीतीश का मिलना बेशक सामान्य खबर लग रही हो, लेकिन इसके पीछे की बात शीट शेयरिंग और सीएम फेस की है। सीएम नीतीश खुद को बिहार विधानसभा चुनाव के पहले सीएम उम्मीदवार घोषित करवाना चाहते हैं। वहीं, चिराग पासवान 30 प्लस सीट के लिए नीतीश को मनाने में जुटे हैं। सूत्रों की माने तो चिराग पासवान ने सीधे 33 सीटों की डिमांड नीतीश के सामने रख दी है। इस पर सीएम नीतीश खास आश्वासन नहीं दे सके, लेकिन चिराग ने नीतीश की उम्मीदवारी पर बयान देकर नीतीश को अपने पाले में लाने की पूरी कोशिश की है।
चिराग और मांझी में नाराजगी जाहिर
चिराग और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की नाराजगी जगजाहिर है। मांझी सीधे तौर पर चिराग पर हमला करते रहे है। ऐसे में बिहार चुनाव में अगर चिराग 30 प्लस सीट पाने में कामयाब हो जाते हैं और मांझी को दस सीट मिलती है तो मांझी के लिए सियासी तौर पर यह घाटे का सौदा होगा। वैसे भी, मांझी पहले ही 40 सीट की डिमांड कर चुके हैं।
2020 चुनाव का फार्मूला हो सकता लागू
एनडीए बिहार के 2020 विधानसभा चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव में एनडीए की सीट शेयरिंग का फार्मूला विधानसभा चुनाव 2025 में भी लागू होने की संभावना है। 2020 चुनाव में चिराग की पार्टी लोजपा (आर) नहीं थी। इस बार लोजपा (आर) एनडीए का हिस्सा है। ऐसे में लोजपा को लेकर थोड़ा शीट शेयरिंग करने में समस्या आएगी। इसके लिए चिराग लगातार फील्डिंग कर रहे हैं।
2020 में ली थी अलग राह
2020 विधानसभा चुनाव में चिराग ने नीतीश की जेडीयू के खिलाफ अलग राह चुनी थी। इससे जेडीयू को कई सीटों पर नुकसान हुआ। लेकिन, 2024 के लोकसभा चुनाव में दोनों नेताओं ने एनडीए गठबंधन में एकजुटता दिखाई। चिराग की पार्टी ने हाजीपुर सहित पांचों सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, नीतीश की पार्टी जदयू का प्रदर्शन उम्मीद से ज्यादा रहा। एक साल के अंदर कई ऐसे मौके देखने को मिले हैं, जब चिराग पासवान खुद सीएम नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे हैं।
नीतीश एनडीए नेताओं से कर रहे मुलाकात
जदयू नेताओं के अनुसार सीएम नीतीश ने हाल ही में बिहार में एनडीए के नेताओं से अलग-अलग मुलाकात कर उनके साथ चुनाव के मसले पर चर्चा की है। शुरुआत में जदयू के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करने के बाद उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोमो नेता के साथ भी उनकी मुलाकात हो चुकी है। चिराग पासवान के साथ उनकी मुलाकात को इसी शृंखला की एक कड़ी माना जा रहा। एक बयान जारी कर लोजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए बिहार में पूरी तरह से एकजुट है।