बिहार की एक विधानसभा ऐसी है जिसे हराना महागठबंधन के लिए मुश्किल ही नहीं नामुमकिन लगता है. हम बात कर रहे हैं पटना शहर की सबसे खास विधानसभा सीट बांकीपुर विधानसभा सीट की. बांकीपुर विधानसभा सीट पर पिछले 35 साल से बीजेपी का कब्जा है. जब बांकीपुर विधानसभा को पटना पश्चिम सीट कहा जाता था तब से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है. इस सीट पर बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन विधायक हैं.
नवीन किशोर सिन्हा ने 1995 से 2006 तक पटना पश्चिम विधानसभा सीट से जीत हासिल की, फिर 2006 में नवीन किशोर की मृत्यु के बाद उनके बेटे नितिन नवीन 2006 से लगातार इस सीट पर काबिज हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में दो मशहूर चेहरे फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा और पीपी पार्टी सुप्रीमो पुष्पम प्रिया चौधरी बांकीपुर सीट से नितिन नवीन से हार गये थे.
बांकीपुर विधानसभा सीट से जीत-हार के आंकड़ों की बात करें तो 2020 में बीजेपी के नितिन नवीन को 83,068 वोट मिले. शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा कांग्रेस के उम्मीदवार थे. लव सिन्हा को 44,032 वोट मिले. नितिन नवीन ने 39,036 वोटों से जीत हासिल की थी. वही द प्लूरल्स पार्टी सुप्रीमो पुष्पम प्रिया चौधरी को 5,189 वोट मिले थे.
2015 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नितिन नवीन को 86,759 वोट मिले थे. कांग्रेस प्रत्याशी कुमार आशीष को 46,992 वोट मिले. नितिन नवीन ने 39,767 वोटों से चुनाव मे जीत हासिल किया. 2015 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार एनडीए से अलग हो गए थे. 2015 का विधानसभा चुनाव नितिन नवीन और बीजेपी के लिए चुनौतीपूर्ण रहा था.
2025 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी नितिन नवीन को ही टिकट देगी, वह महागठबंधन की ओर से कोई बड़ा चेहरा नहीं हैं जिस पर चर्चा की जा सके. कांग्रेस पिछले दो विधानसभा चुनाव महागठबंधन में लड़ रही है. कांग्रेस की ओर से अभी कोई सक्रिय नहीं है. वही पुष्पम प्रिया ने पिछली बार चुनाव लड़ी थी लेकिन करारी हार के बाद वह बांकीपुर विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ पाएंगी. उनकी तैयारी भी इस विधानसभा सीट पर नहीं दिख रही है.
नितिन नवीन के पिता स्वर्गीय नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा बिहार की प्रमुख राजनीतिक हस्तियों में से एक थे. वे जेपी आंदोलन में सक्रिय नेताओं में से रहें. जेपी आंदोलन से निकले नवीन किशोर प्रसाद सिंह भारतीय जनता पार्टी के बिहार में संस्थापक सदस्यों में से एक थे. लगातार विधायक रहे स्वर्गीय नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा की 2006 में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. जिसके बाद अपने पिता की राजनीतिक विरासत संभालने नितिन नवीन ने उपचुनाव लड़ा और पहली बार जीत दर्ज कर विधायक बने. नितिन नवीन पटना जिले के बांकीपुर विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए थे. बांकीपुर विधानसभा में नितिन नवीन के पिता नवीन सिन्हा ने ही भाजपा प्रत्याशी के रूप में 1995 में कब्जा जमाया था। पिता की मौत के बाद हुए उपचुनाव में नितिन नवीन ने पिता की सीट बरकरार रखी.
2006 के बाद नितिन नवीन 2010 2015 और 2020 में भी जीते. 2020 के विधानसभा चुनाव में नितिन नवीन ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा को हराकर जीत हासिल की थी. इस चुनाव में फ्लूरल्स पार्टी की तरफ से पुष्पम प्रिया चौधरी लड़ रही थीं.
2025 के विधानसभा चुनाव में संभावनाओं की बात करें तो शहरी क्षेत्र बीजेपी की सीट मानी जाती है. इस सीट पर बीजेपी लगातार जीतती आ रही है. बीजेपी ने यहां मतदाताओं का भरोसा हासिल किया है. अगर बीजेपी यहां से किसी को मैदान में उतारती है तो उसके जीतने की संभावना है. यहां जातीय समीकरण की बात करें तो यहां कायस्थ जाति और बनिया जाति का दबदबा है और इन जातियों पर बीजेपी की पकड़ है. इस विधानसभा सीट पर मुस्लिम मतदाता तीसरे नंबर पर आते हैं. इनके वोट महागठबंधन और निर्दलीय वोटरों के बीच बंटते हैं, इसलिए बीजेपी को ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है.