अमेरिका में चाहे जिस राष्ट्रपति की सरकार हो, सभी ने जिन भी देशों पर हमला किया या पीछे से संबंधित देश को आर्थिक/सैन्य मदद की उससे किसी ना किसी रूप में फायदा ही लिया है।
कई महीनों की बातचीत और तनाव के बीच के बाद आखिरकार अमेरिका और यूक्रेन के बीच ‘मिनरल डील’ को लेकर गुरुवार को बात बन गई। यूक्रेन भविष्य में अपने खनिज भंडार में से जो कुछ भी बेचेगा और उससे जो भी मुनाफा होगा, उसमें से अमेरिका अपना हिस्सा लेगा। इसी को लेकर अमेरिका ने यूक्रेन के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। दोनों देशों ने बुधवार को इस समझौते पर दस्तखत किए। इस समझौते के बाद अब अमेरिका की यूक्रेन के खनिजों तक पहुंच हो जाएगी।
इस डील पर अमेरिका और यूक्रेन जनवरी से बात कर रहे थे। फरवरी में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की अमेरिका द्विपक्षीय वार्ता के लिए गए थे लेकिन वहां राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से तनातनी हो गई थी। इसके बाद जेलेंस्की अमेरिका का दौरा रद्द कर लौट आए थे। डील पर बातचीत अधर में लटक गई।