नई दिल्ली: घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के निमंत्रण पर पीएम मोदी 2-3 जुलाई को घाना की यात्रा पर रहेंगे। घाना ग्लोबल साउथ में भारत का अहम भागीदार है। अफ्रीकी संघ तथा पश्चिम अफ्रीकी देशों के आर्थिक समुदाय में घाना की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके साथ भारत के ऐतिहासिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने तथा निवेश, ऊर्जा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, क्षमता निर्माण और विकास साझेदारी के क्षेत्रों में नए अवसर खोलने के उद्देश्य से अपने आदान-प्रदान संभव है। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी घाना की संसद को भी संबोधित करेंगे।
पीएम मोदी 3-4 जुलाई को, त्रिनिदाद और टोबैगो गणराज्य की यात्रा पर रहेंगे। यह एक ऐसा देश है, जिसके साथ हमारा गहरा ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आपसी जुड़ाव है। यहां के राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और पीएम कमला प्रसाद-बिसेसर से भी पीएम मोदी की मुलाकात होगी। 180 वर्ष पहले भारतीय पहली बार त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे थे।
पोर्ट ऑफ स्पेन से पीएम मोदी ब्यूनस आयर्स पहुंचेगें। 57 वर्षों में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की अर्जेंटीना की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। अर्जेंटीना लैटिन अमेरिका में एक प्रमुख आर्थिक भागीदार और जी-20 संगठन में एक करीबी सहयोगी है। यहां के राष्ट्रपति जेवियर माइली के साथ कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी। दोनों देश के बीच कृषि, महत्वपूर्ण खनिज, ऊर्जा, व्यापार, पर्यटन, प्रौद्योगिकी और निवेश के क्षेत्रों सहित अन्य मुद्दों पर बात होगी।
6-7 को ब्रिक्स सम्मेलन में होंगे पीएम
पीएम मोदी 6-7 जुलाई को रियो डी जनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। एक संस्थापक सदस्य के रूप में भारत उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में ब्रिक्स के लिए प्रतिबद्ध है। भारत शांतिपूर्ण, न्यायसंगत, निष्पक्ष, लोकतांत्रिक और संतुलित बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था के लिए प्रयास करेगा। शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी की कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात भी होगी।
द्विपक्षीय राजकीय यात्रा के लिए पीएम मोदी ब्रासीलिया की भी यात्रा करेंगे। यह करीब 60 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। यह यात्रा ब्राजील के साथ हमारी घनिष्ठ साझेदारी को मजबूत करने और यहां के राष्ट्रपति लुइज इनासिओ लुला दा सिल्वा के साथ ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने पर काम करने का अवसर मिलेगा।
अंतिम पड़ाव नामीबिया
पीएम की यात्रा का अंतिम पड़ाव नामीबिया है। नामीबिया एक विश्वसनीय भागीदार देश है। इसके साथ भारत उपनिवेशवाद के खिलाफ संघर्ष का एक साझा इतिहास साझा करता है। यहां पीएम मोदी की राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह से मुलाकात होगी। दोनों देश के बीच व्यापक ग्लोबल साउथ के लाभ के लिए सहयोग की एक नई रूपरेखा तैयार होगी। पीएम मोदी नामीबियाई संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे।