नई दिल्ली: पुलिस को सूचना मिली थी कि अबूझमाड़ के बोटेर क्षेत्र में नक्सलियों के पोलित ब्यूरो के सदस्य और महासचिव बसवा राजू मौजूद है। इसके बाद दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बीजापुर और कोंडागांव से डीआरजी जवानों को अबूझमाड़ ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया। दोनों तरफ से देर तक मुठभेड़ हुई। इसमें सुरक्षा बल कामयाब रहे और 27 नक्सली ढेर हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों की तारीफ की।
पीएम नरेंद्र मोदी ने नक्सलवाद की त्रासदी को दूर करने और लोगों के लिए शांति तथा प्रगति का जीवन सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए बलों के प्रयासों की सराहना की। केंद्रीय मंत्री अमित शाह की X पर एक पोस्ट के बारे में प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी ने कहा, इस महत्वपूर्ण सफलता के लिए हमें अपने बलों पर गर्व है। हमारी सरकार माओवाद की त्रासदी को दूर करने और लोगों के लिए शांति तथा प्रगति का जीवन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
Proud of our forces for this remarkable success. Our Government is committed to eliminating the menace of Maoism and ensuring a life of peace and progress for our people. https://t.co/XlPku5dtnZ
— Narendra Modi (@narendramodi) May 21, 2025
दूसरी तरफ केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने X पर पोस्ट किया, नक्सलवाद को खत्म करने की लड़ाई में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई है। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में एक ऑपरेशन में हमारे सुरक्षाबलों ने 27 खूंखार माओवादियों को मार गिराया। इनमें नंबाला केशव राव, उर्फ बासवराजू भी शामिल है, जो सीपीआई-माओवादी का महासचिव, शीर्ष नेता और नक्सल आंदोलन की रीढ़ था। यह पहली बार है जब भारत की नक्सलवाद के खिलाफ तीन दशकों की लड़ाई में महासचिव स्तर के नेता को हमारे सुरक्षाबलों ने मार गिराया है।
A landmark achievement in the battle to eliminate Naxalism. Today, in an operation in Narayanpur, Chhattisgarh, our security forces have neutralized 27 dreaded Maoists, including Nambala Keshav Rao, alias Basavaraju, the general secretary of CPI-Maoist, topmost leader, and the…
— Amit Shah (@AmitShah) May 21, 2025
गृह मंत्री ने कहा कि इस सफलता के लिए वह बहादुर सुरक्षाबलों और एजेंसियों की सराहना करते हैं। गृह मंत्री ने कहा कि यह भी खुशी की बात है कि ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट के पूरा होने के बाद छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र में 54 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और 84 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।