नई दिल्ली: अहमदाबाद में गुरुवार को हुए एक भीषण विमान हादसे ने पूरे विश्व को स्तब्ध कर दिया। एअर इंडिया का विमान नंबर 171, जिसमें 265 यात्री सवार थे, उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराकर आग का गोला बन गया। इस भयावह हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी सहित लगभग सभी यात्रियों की मृत्यु हो गई। चमत्कारिक रूप से केवल एक यात्री, विश्वास कुमार रमेश, जीवित बचे, जिनका अस्पताल में गहन उपचार चल रहा है। इस त्रासदी ने न केवल पीड़ितों के परिवारों को, बल्कि पूरे देश को गहरे शोक में डुबो दिया।
रेस्क्यू ऑपरेशन में मिली श्रीमद्भागवत गीता
बचाव अभियान के दौरान रेस्क्यू टीम को कई दिल दहलाने वाले दृश्य देखने पड़े। विमान का अधिकांश हिस्सा और उसमें मौजूद सामान आग में जलकर राख हो चुका था। इस बीच, एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें रेस्क्यू टीम को मलबे के बीच श्रीमद्भागवत गीता की एक प्रति मिली।
आश्चर्यजनक रूप से यह पवित्र ग्रंथ पूरी तरह सुरक्षित थी, बिना किसी नुकसान के। किताब का एक भी पन्ना जला या क्षतिग्रस्त नहीं हुआ, और यह पूरी तरह पढ़ने योग्य स्थिति में थी। माना जा रहा है कि कोई यात्री इस पवित्र ग्रंथ को अपने साथ लंदन ले जा रहा होगा। इस खोज ने सभी को हैरान कर दिया, क्योंकि इतनी भयंकर आग में अन्य सभी सामान नष्ट हो चुके थे।
सोशल मीडिया पर यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। कई यूजर्स ने इसे ईश्वरीय चमत्कार बताया। एक यूजर ने लिखा, “इतनी भयावह तबाही में श्रीमद्भागवत गीता का सुरक्षित रहना किसी दैवीय शक्ति का संकेत है।” एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की, “यह दृश्य हृदय को छू लेने वाला है। यह दिखाता है कि कुछ चीजें हर विपत्ति से परे हैं।” कई लोगों ने इस घटना को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से जोड़ते हुए इसे एक मार्मिक और प्रेरणादायक क्षण बताया।
एकमात्र बचे यात्री की आपबीती
हादसे में चमत्कारिक रूप से केवल विश्वास कुमार रमेश, जो सीट नंबर 11ए पर बैठे थे, जीवित बचे। उन्होंने अपनी आपबीती साझा करते हुए बताया, “विमान ने जैसे ही उड़ान भरी, कुछ ही सेकंड बाद एक जोरदार धमाका हुआ। सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि मुझे कुछ समझ ही नहीं आया। जब मुझे होश आया, तो मैंने देखा कि मेरे चारों तरफ लाशें और विमान के टुकड़े बिखरे हुए थे। मैं डर के मारे खड़ा हुआ और भागने लगा। तभी किसी ने मुझे पकड़ा और एम्बुलेंस में डालकर अस्पताल ले गया।”
विश्वास की यह कहानी इस हादसे की भयावहता को और गहराई से दर्शाती है। इस हादसे ने न केवल पीड़ितों के परिवारों को, बल्कि पूरे देश को गम में डुबो दिया। श्रीमद्भागवत गीता का सुरक्षित मिलना और एक यात्री का चमत्कारिक रूप से बच जाना इस त्रासदी के बीच आशा और आध्यात्मिकता की एक किरण लेकर आया है।