नई दिल्ली: एक समय ऐसा था जब सोनम राइटर और डायरेक्टर बनना चाहती थीं, एक्टिंग में उनकी कोई खास दिलचस्पी नहीं थी। सोनम कपूर लंदन में पढ़ाई कर रही थीं, जब डायरेक्टर संजय लीला भंसाली अपनी फिल्म ‘ब्लैक’ की शूटिंग के लिए वहां गए। सोनम को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने फिल्म में काम करने की इच्छा जताई। अपने पिता अनिल कपूर की सिफारिश के बाद उन्हें ‘ब्लैक’ में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम करने का मौका मिला। यहीं से उनकी दिलचस्पी एक्टिंग की तरफ बढ़ी।
एक शर्त पर मिली पहली फिल्म ‘सांवरिया’
‘ब्लैक’ की शूटिंग के दौरान ही संजय लीला भंसाली ने सोनम को अपनी अगली फिल्म ‘सांवरिया’ के लिए कास्ट करने का मन बना लिया, लेकिन एक शर्त पर! भंसाली ने सोनम से कहा कि अगर वह अपना वजन कम कर लेंगी तो उन्हें फिल्म में ले लिया जाएगा।
35 किलो वजन घटाकर बनीं एक्ट्रेस
सोनम ने इस शर्त को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की और करीब 35 किलो वजन कम किया। उस वक्त उनका वजन लगभग 86 किलो था। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी मां की मदद से ही वह यह कर पाईं। भले ही ‘सांवरिया’ बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई, लेकिन सोनम के काम को काफी सराहा गया।
शुरुआती फ्लॉप्स के बाद मिली कामयाबी
‘सांवरिया’ के बाद सोनम ने कई फिल्में की, जिसमें से ‘दिल्ली 6’, ‘आई हेट लव स्टोरीज’, ‘आयशा’, ‘थैंक यू’, ‘मौसम’ और ‘प्लेयर्स’ शामिल हैं। इनमें से कुछ फिल्में फ्लॉप भी रहीं, लेकिन 2013 में आई फिल्म ‘रांझणा’ उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुई। धनुष के साथ उनकी जोड़ी को खूब पसंद किया गया और फिल्म हिट रही।
नेशनल अवॉर्ड से हुईं सम्मानित
‘रांझणा’ के बाद सोनम ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और ‘भाग मिल्खा भाग’, ‘खूबसूरत’, ‘प्रेम रतन पायो’, ‘नीरजा’ और ‘पैड मैन’ जैसी कई सफल फिल्में दीं। फिल्म ‘नीरजा’ में दमदार एक्टिंग के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है, जो उनके एक्टिंग करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है। सोनम कपूर ने अपनी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ एक स्टार किड नहीं, बल्कि एक बेहतरीन एक्ट्रेस हैं।