गया जी: राजद का गढ़ समझे जाने वाले बिहार के मगध क्षेत्र की जनता से जनसुराज के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सोमवार को बड़ा वादा किया है। गुरुआ (गया) और रफीगंज (औरंगाबाद) विधानसभा क्षेत्र की दो अलग-अलग सभाओं में उन्होंने कहा कि इसी वर्ष छठ के बाद से लाचार-बुजुर्ग और विधवा-बेसहारा नागरिकों को दो-दो हजार रुपये बतौर पेंशन मिलने लगेगी। पढ़ाई-लिखाई की दशा में चौंकाने वाला सुधार आएगा और गरीबों का बच्चा भी अंग्रेजी स्कूल में टाई-बेल्ट लगाकर पढ़ने जाएगा।
शराबबंदी का खात्मा होगा और कमीशनखोरी-घूस पर लगाम लगेगी। गुरुआ के भुरहा मैदान में आयोजित सभा में उन्होंने यह बात कही। मंच पर पहुंचने के साथ ही प्रशांत सीधे वहां मौजूद लोगों से मुखातिब हुए और अपना परिचय देते हुए कहा कि जिस तरह लालू यादव अपने बेटे को राजा बनाने के लिए परेशान हैं, उसी तरह आप सब भी अपने बेटों का चेहरा देखकर वोट दीजिए। इस बार बिहार के लिए वोट दीजिए, बदलाव के लिए वोट दीजिए। जनता के सुंदर राज के लिए वोट दीजिए।
चिलचिलाती धूप के बावजूद जमी रही भीड़
लगभग 40 मिनट के भाषण में प्रशांत किशोर ने तमाम वादे भी किए। इससे पहले रास्ते में कई जगह इकट्ठा जनसमूह ने फूल माला और गगनभेदी नारों के साथ प्रशांत किशोर का स्वागत भी किया। गुरुआ की सभा के बाद वह रफीगंज पहुंचे और वहां भी लोगों के सामने अपने वादों को दुहराया। गुरुआ और रफीगंज में पिछले चुनावों के दौरान राजद के उम्मीदवार जीते थे। चिलचिलाती धूप के बावजूद गुरुआ में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी थी। रफीगंज में भी प्रशांत को सुनने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि पिछले 35 सालों के दौरान लालू, नीतीश और भाजपा के नेता सत्ता का खेल खेलते रहे और समूचे राज्य को मजदूरों की फैक्ट्री बना दिया। शिक्षा-स्वास्थ की व्यवस्था को चौपट कर दिया। सत्ता की मलाई खाने के लिए नेता पार्टियां बदलते रहे और सिर्फ कुछ परिवार के लोग ही राज्य की जनता के भाग्य विधाता बने रहे।
मगध क्षेत्र में दो माह के दौरान तीसरा दौरा
मगध के इलाके में पिछले दो महीने के दौरान प्रशांत किशोर का यह तीसरा दौरा है। इससे पूर्व 28 अप्रैल को भी वह गया जी के शेरघाटी पहुंचे थे। इसी दौरान गया में समाज के बुद्धिजीवी वर्ग के 400 गिने-चुने लोगों के साथ उन्होंने बैठक कर बिहार के बदलाव के अपने मिशन पर चर्चा की थी।
20 मई को शुरु हुई थी बदलाव यात्रा
ताजा दौरा गत 20 मई को जेपी की जन्म भूमि सारण के सिताब दियारा से शुरु हुई बदलाव यात्रा के तहत हुआ है, जिसमें प्रतिदिन दो विधानसभा क्षेत्रों में सभा कर मतदाताओं से संवाद बनाने का कार्यक्रम है। बिहार की 243 में से 240 सीटों तक सीधे पहुंचने की प्रशांत की यह यात्रा 120 दिनों तक चलने वाली है।
मगध में जदयू को मिली थी फकत एक सीट
मगध क्षेत्र की 26 विधानसभा सीटों में से 14 पर राजद का कब्जा है। जबकि भाजपा, जदयू को क्रमश: तीन और एक सीट पर ही संतोष करना पड़ा था। जदयू को एक सीट पिछले साल नवम्बर में बेलागंज उपचुनाव के बाद मनोरमा देवी की जीत के साथ मिली थी। पिछले चुनावों में मगध क्षेत्र की 26 में से 3 सीटों पर जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा को लोगों ने समर्थन दिया था, तो कांग्रेस को भी 3 सीटें मिली थीं। सीपीआइ-एम एल को भी इस इलाके में 2 सीटें मिली हैं।
मगध क्षेत्र की विधान सभाएं
- गया: 10 विधानसभा क्षेत्र
- औरंगाबाद: 06 विधानसभा क्षेत्र
- नवादा: 05 विधानसभा क्षेत्र
- जहानाबाद: 03 विधानसभा क्षेत्र
- अरवल: 02 विधानसभा क्षेत्र