बदलो सरकार-बदलो बिहार यात्रा से भाकपा माले ने दिखाई ताकत

भाकपा माले ने बुधवार बिहार चुनाव के लिए अपनी ताकत दिखाई। इस दौरान पार्टी ने बदलो सरकार-बदलो बिहार यात्रा का आगाज किया। गया के बाराचट्टी से सुजीत कुमार की रिपोर्ट...

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पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले महागठबंधन के दलों में आगे बढ़ने की होड़ मची हुई है। राजद, कांग्रेस और वीआईपी के बाद अब वाम दल भी मैदान में कूद गए हैं। पार्टी विपक्ष के साथ महागठबंधन को अपनी ताकत दिखाने के लिए यात्रा निकाल रही है। बदलो सरकार-बदलो बिहार नाम की यात्रा का आगाज बुधवार गया जिले के बाराचट्टी से हुआ। 27 जून तक चलने वाली यात्रा राज्य के चार इलाकों से गुजरेगी। इसमें शाहाबाद क्षेत्र, मगध क्षेत्र, सारण-चंपारण क्षेत्र और मुजफ्फरपुर से दरभंगा तक का क्षेत्र शामिल है।

बाराचट्टी विधानसभा के सोभ बाजार में आयोजित जन संवाद में भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा, सावधानी हटी, दुर्घटना घटी-बिहार ऐसे ही एक खतरनाक मोड़ पर खड़ा है, जहां हमें पूरी तैयारी व सावधानी की जरूरत है। हमें नई ऊर्जा और पुराने अनुभव की जरूरत है। हमारी पार्टी जनता की ताकत से बनी है।

भट्टाचार्य के मुताबिक, हमारी पार्टी विचारों पर चलती है और संघर्ष के बदौलत अपने को स्थापित करती है। गया जिले में भी भाजपा और उनके सहयोगी मांझी को उसी तरह से बाहर कर देना है, जैसा हमने पिछले लोकसभा चुनाव में किया है। गया जिले में भी भाकपा माले को जहानाबाद व अरवल की तरह सीट मिलेगी तो पूरे गठबंधन को भारी फायदा होगा और ज्यादा सीटों पर जीत होगी।

वहीं, वंदना प्रभा ने कहा कि चुनाव जब नजदीक आया है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उनके मंत्री बिहार में महिला संवाद कर रहे हैं। उनको इस सवाल का जवाब देना होगा कि अपने पूरे शासनकाल में उन्होंने महिलाओं के लिए किया क्या है।

यात्रा में महिलाओं की भी हुई उत्साहपूर्ण भागीदारी

कार्यक्रम में बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों-पंचायतों से आयी महिलाओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी भी गौर करने लायक थी। रीता वर्णवाल, वंदना प्रभा व शीला वर्मा आदि महिला नेताओं ने संवाद को संबोधित भी किया।

इसलिए बाराचट्टी से शुरू हुई बदलो सरकार-बदलो बिहार यात्रा

बाराचट्टी गया जिले में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित विधानसभा क्षेत्र है। जिला मुख्यालय से लगभग 45 किमी से दूर स्थित यह जिला झारखंड सीमा से मात्र 25 किमी की दूरी पर है। बाराचट्टी विधानसभा नक्सली प्रभावित क्षेत्र है। आज भी यहां नक्सलियों के एक आह्वान पर पूरी विधानसभा में लॉकडाउन जैसे स्थिति दिखती है।

बाराचट्टी विधानसभा मे रोचक रहा मुकाबला

2020 का विधानसभा चुनाव रोचक रहा। इसमें शीर्ष चारों प्रत्याशी महिलाएं थीं। जीतनराम मांझी की पार्टी हम की ज्योति देवी ने राजद की समता देवी को 6,318 वोटों से हराया था। बाराचट्टी विधानसभा की वर्तमान विधायक ज्योति मांझी है, जो केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की समधन और मंत्री संतोष सुमन की सास हैं।

90 के दशक तक वामदलों की पकड़ रही मजबूत

90 के दशक तक वामदलों का बाराचट्टी विधानसभा अच्छा प्रभाव था। 1957 में अलग विधानसभा क्षेत्र बनने के बाद से बराचट्टी में 1996, 2003 के उपचुनाव सहित 18 चुनाव हो चुके हैं। कांग्रेस और राजद ने चार‑चार बार जीत दर्ज की। समाजवादी धारा की तीन अलग‑अलग पार्टियां एक‑एक बार, जनता दल और जद‑यूदो‑दो बार, जबकि जनता पार्टी, इंडियन पीपुल्स फ्रंट और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) एक‑एक बार विजयी रहे।

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