नई दिल्ली: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में पर्यटन, शिक्षा, संस्कृति और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में असीम संभावनाएं हैं और सरकार का लक्ष्य है कि इन क्षेत्रों में ठोस नीति और जन-सहभागिता से दिल्ली को देश की सबसे गतिशील सिटी बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका सपना है कि जब भी कोई विदेशी पर्यटक भारत आए, तो वह दिल्ली देखे बिना वापस न जाए।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को दिल्ली पर्यटन विभाग और इन्वेस्ट इंडिया द्वारा आयोजित “DELIGHT for Delhi” समिट में बोल रही थीं। इस आयोजन का उद्देश्य दिल्ली को Driving Experiential Leadership, Innovative Growth and High-Impact Tourism DELIGHT की दृष्टि से एक अग्रणी शहर के रूप में स्थापित करना। दिल्ली भारत की राजधानी होने के साथ-साथ देश की आत्मा भी है। यह एक ऐसा शहर है जो समृद्ध संस्कृति, विविध विरासत और गौरवशाली इतिहास को अपने भीतर समेटे हुए है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज की दिल्ली आधुनिकता और परंपरा का एक अद्वितीय संगम बन चुकी है। भारत मंडपम, यशोभूमि, प्रधानमंत्री संग्रहालय और नेशनल वॉर मेमोरियल जैसे प्रतिष्ठित स्थल दिल्ली को वैश्विक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पर्यटन केंद्र के रूप में पहचान दिला रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भी देश के पर्यटन विकास को प्राथमिकता देते रहे हैं और हमारी सरकार भी सभी क्षेत्रों में समन्वित प्रयासों के साथ राजधानी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
दिल्ली में वह सभी विशेषताएं मौजूद हैं जो विश्वभर के पर्यटकों को आकर्षित कर सकती हैं, चाहे वह इतिहास, संस्कृति, कला, संगीत, स्वाद या विरासत हो। अब आवश्यकता एक प्रभावशाली मंच और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुतिकरण की है, ताकि दिल्ली की समृद्ध पहचान दुनिया के सामने आ सके।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली अब केवल एक राजधानी भर नहीं बल्कि वैश्विक पर्यटन, सांस्कृतिक समृद्धि और नवाचार के आकर्षण का केंद्र बन रही है। यह समिट केवल पर्यटन विस्तार का एक कार्यक्रम नहीं बल्कि दिल्ली को वैश्विक निवेश, नवाचार और सांस्कृतिक नेतृत्व की नई ऊंचाइयों से जोडऩे का एक रणनीतिक मंच है।