नई दिल्ली: मनोरंजन जगत से एक दुखद समाचार सामने आया है। मॉडल और अभिनेत्री शेफाली जरीवाला (Shefali Jariwala Death)का 42 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन के बाद उनके घर से एंटी-एजिंग और त्वचा को गोरा करने वाली दवाओं, विशेष रूप से ग्लूटाथियोन और विटामिन C के इंजेक्शनों की भारी मात्रा बरामद हुई। रिपोर्ट्स के अनुसार, शेफाली पिछले आठ साल से बिना चिकित्सीय सलाह के इन दवाओं का उपयोग कर रही थीं। इस घटना के बाद लोग ग्लूटाथियोन के बारे में उत्सुक हैं कि यह क्या है, यह एंटी-एजिंग में कैसे काम करता है, और भारत में इसकी कीमत कितनी है। आइए, इन सवालों के जवाब विस्तार से जानते हैं।
ग्लूटाथिओन क्या है?
ग्लूटाथियोन एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर की प्रत्येक कोशिका में मौजूद होता है। यह शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाता है और कोशिकाओं को क्षति से रोकता है। उम्र बढ़ने, तनाव, असंतुलित आहार, और प्रदूषण के कारण शरीर में ग्लूटाथियोन की मात्रा कम हो सकती है। भारत में, ग्लूटाथियोन का उपयोग मुख्य रूप से त्वचा को गोरा करने और एंटी-एजिंग के लिए किया जाता है। यह त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाने में मदद करता है, जिसके चलते लोग इसके इंजेक्शन और गोलियों का उपयोग करते हैं।
भारत में ग्लूटाथियोन की कीमत
ग्लूटाथियोन की कीमत स्थान और उपयोग के आधार पर भिन्न हो सकती है। सामान्य रूप से: दिल्ली-गुरुग्राम: एक ग्लूटाथिओन इंजेक्शन की कीमत 4,000 से 12,000 रुपये तक हो सकती है।
मुंबई: एक सेशन की लागत 8,000 रुपये से शुरू होती है, और 10 इंजेक्शनों का पैकेज 60,000 रुपये या अधिक का हो सकता है।
गोलियां: 30 गोलियों का पैक 5,000 रुपये तक में उपलब्ध हो सकता है।
क्या ग्लूटाथियोन सुरक्षित है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि बिना चिकित्सकीय देखरेख के ग्लूटाथियोन का उपयोग न करें। इसका गलत उपयोग एलर्जी, पाचन संबंधी समस्याएं, या लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। गंभीर मामलों में यह जानलेवा भी हो सकता है। इसलिए, इसका उपयोग हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
ग्लूटाथियोन को प्राकृतिक रूप से कैसे बढ़ाएं?
शरीर में ग्लूटाथियोन के स्तर को बिना दवाओं के भी बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- हरी सब्जियां: ब्रोकोली, पालक, गोभी, और टमाटर का सेवन करें।
- सल्फर युक्त खाद्य पदार्थ: लहसुन और प्याज ग्लूटाथियोन उत्पादन में मदद करते हैं।
- विटामिन C: नींबू, संतरा, कीवी, और आंवला जैसे फल खाएं।
- पर्याप्त नींद: अच्छी नींद शरीर को ग्लूटाथियोन बनाने में सहायता करती है।
- व्यायाम और तनाव प्रबंधन: नियमित हल्की कसरत और तनाव से बचाव ग्लूटाथियोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।