नई दिल्ली: वनडे क्रिकेट में बिना रन दिए ओवर फेंकना किसी भी गेंदबाज के लिए बड़ी बात होती है, खासकर जब बात डेब्यू मैच की हो। आमतौर पर इस फॉर्मेट में बल्लेबाज हावी रहते हैं, लेकिन भारतीय टीम (Indian Team) के आठ गेंदबाज ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने अपने वनडे करियर की शुरुआत मेडन ओवर के साथ की।
यह संयोग नहीं बल्कि आत्मविश्वास और कौशल का नतीजा है कि इन्होंने पहले ही मैच में बल्लेबाजों को एक भी रन नहीं बनाने दिया। आइए नजर डालते हैं उन आठ भारतीय गेंदबाजों (Indian Bowlers) पर, जिन्होंने वनडे डेब्यू में बिना रन दिए ओवर फेंकने का कारनामा किया।
भुवनेश्वर कुमार – Bhuvneshwar Kumar
‘स्विंग किंग’ के नाम से मशहूर भुवनेश्वर कुमार ने 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला वनडे खेला था। भारी दबाव वाले इस मुकाबले में उन्होंने अपने पहले ही ओवर को मेडन रखा। भुवी ने 121 वनडे में 141 विकेट चटकाए हैं।
मोहम्मद शमी – Mohammed Shami
2013 में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे डेब्यू करने वाले शमी ने भी पहला ओवर मेडन फेंका था। वह अब तक भारत के सबसे भरोसेमंद तेज गेंदबाजों में शुमार हैं और 108 वनडे में 206 विकेट ले चुके हैं।
जयदेव उनादकट – Jaydev Unadkat
बाएं हाथ के गेंदबाज उनादकट ने 2013 में जिम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू किया था और अपना पहला ओवर रनरहित रखा। हालांकि उनका वनडे करियर ज्यादा लंबा नहीं चला। वह अब तक 8 मैचों में 9 विकेट ले चुके हैं।
मुकेश कुमार – Mukesh Kumar
2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करने वाले मुकेश कुमार ने भी अपने पहले ही ओवर में कोई रन नहीं दिया। उन्होंने उस मैच में 5 विकेट भी झटके थे।
सुदीप त्यागी – Sudeep Tyagi
तेज गेंदबाज सुदीप त्यागी को भले ही ज्यादा मौके नहीं मिले, लेकिन उन्होंने 2009 में श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू मुकाबले में मेडन ओवर से आगाज किया। उन्होंने अपने छोटे से करियर में 4 मैच खेले और 5 विकेट लिए।
टीनू योहानन – Tinu Yohannan
2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला वनडे खेलने वाले टीनू योहानन ने भी बिना रन दिए ओवर फेंका। हालांकि उन्हें सिर्फ तीन वनडे खेलने का ही मौका मिला।
प्रवीण कुमार – Praveen Kumar
2007 में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला वनडे खेलने वाले प्रवीण कुमार ने भी दबावभरे डेब्यू में मेडन ओवर डाला। उन्होंने भारत के लिए 68 मैचों में 77 विकेट चटकाए।
आशीष नेहरा – Ashish Nehra
भारत के दिग्गज गेंदबाज आशीष नेहरा ने 2001 में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे डेब्यू किया था। अपने पहले ओवर में उन्होंने एक भी रन नहीं दिया। नेहरा ने 120 वनडे मैचों में 157 विकेट झटके।