नई दिल्ली: इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian Women Team) ने पांच मैचों की टी20I सीरीज की शुरुआत धमाकेदार अंदाज़ में की। शनिवार, 28 जून को हुए पहले मुकाबले में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 97 रन से हराकर T20I में अपनी अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। इस जीत की सबसे बड़ी स्टार बनीं कप्तान स्मृति मंधाना और पदार्पण कर रहीं नल्लापुरेड्डी श्री चरणी।
जहां मंधाना ने शानदार शतक जड़कर इंग्लिश गेंदबाज़ों की कमर तोड़ी, वहीं दूसरी ओर श्री चरणी ने पहली ही अंतरराष्ट्रीय पारी में चार विकेट लेकर सभी को हैरान कर दिया। उनकी घातक गेंदबाज़ी के सामने इंग्लैंड की पूरी टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई।
कौन हैं श्री चरणी?
आंध्र प्रदेश के वाईएसआर-कडप्पा ज़िले के छोटे से गांव एर्रामल्ले से ताल्लुक रखने वाली 20 वर्षीय श्री चरणी अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की नई उम्मीद बन चुकी हैं। वह अपने जिले की पहली खिलाड़ी हैं, जिन्होंने भारतीय महिला टीम में जगह बनाई है।
एक सामान्य परिवार से आने वाली श्री चरणी के पिता, चंद्रशेखर रेड्डी, रायलसीमा थर्मल पावर प्रोजेक्ट में कर्मचारी हैं। बचपन में बैडमिंटन और खो-खो खेल चुकीं चरणी को क्रिकेट का जुनून स्मृति मंधाना और युवराज सिंह से प्रेरणा लेकर चढ़ा। उनके चाचा किशोर कुमार रेड्डी ने उन्हें क्रिकेट की शुरुआती ट्रेनिंग दी और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
WPL में बिखेरा जलवा
महिला प्रीमियर लीग 2025 की नीलामी में दिल्ली कैपिटल्स ने श्री चरणी को 55 लाख रुपये में खरीदा। उन्होंने अपने पहले ही मुकाबले में RCB के खिलाफ एक ही ओवर में दो विकेट झटककर सबका ध्यान खींचा। फाइनल में भी मुंबई के खिलाफ दो अहम विकेट लेकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। इसके अलावा सीनियर महिला मल्टी-डे चैलेंजर ट्रॉफी में उन्होंने इंडिया बी के खिलाफ पांच विकेट लिए और पूरे टूर्नामेंट में नौ विकेट अपने नाम किए।
वनडे डेब्यू पहले ही कर चुकी हैं
अप्रैल 2025 में श्रीलंका और साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुई वनडे ट्राई-सीरीज़ में चरणी को पहली बार भारतीय सीनियर टीम में मौका मिला। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 27 अप्रैल को अपना वनडे डेब्यू किया और पांच मैचों में छह विकेट लेकर अपनी उपयोगिता साबित की। डेब्यू के समय उन्हें स्नेह राणा ने भारतीय कैप सौंपी थी।
श्री चरणी युवराज सिंह को अपना आदर्श मानती हैं और उनकी ख्वाहिश है कि वह भारत के लिए वर्ल्ड कप में एक ऑलराउंडर के रूप में भूमिका निभाएं।
भारत की इस ऐतिहासिक जीत और श्री चरणी के यादगार पदार्पण ने यह साफ कर दिया है कि भारतीय महिला क्रिकेट में एक नई सुपरस्टार उभर चुकी है।