चुनाव के पहले राजद को लगा झटका, तेजस्वी के करीबी ने छोड़ी पार्टी
पटना: राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता डॉ. अजीत यादव शुक्रवार भाजपा में शामिल हो गए। अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने सभी को पट्टी पहनाकर पार्टी की सदस्यता दिलाई।
कौन है अजित यादव ? कभी तेजस्वी के हुआ करते थे करीबी
डॉ. अजित यादव बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के कभी काफी करीबी हुआ करते थे। डॉ. यादव के पिता स्व. सुरेश सिंह यादव 1977 से 1991 तक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे। 1991 से 2018 तक राजद में रहे। 2000 में सबसे अधिक वोटों से जीतने वाले नगर परिषद के सदस्य भी बने।
अजित यादव ने क्यों छोड़ा राजद का साथ ?
भाजपा के सदस्यता लेने के बाद मीडिया से बातचीत में डॉ. अजीत यादव ने राजद से नाता तोड़ने कारण बताया कहा कि वे लंबे समय से राजद से जुड़े रहे। लेकिन उन्हें कभी पार्टी में उचित सम्मान नहीं मिला। उन्होंने कहा कि उनके पिता सुरेश यादव राजद के सक्रिय और समर्पित नेता थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें भी वह पहचान नहीं दी जिसके वे हकदार थे। अजीत यादव ने कहा, जब मेरे पिता को कुछ नहीं मिला तो मेरे लिए भी पार्टी में कोई जगह नहीं बची। भाजपा ने मुझे और मेरे समर्थकों को सम्मान दिया, इसलिए मैंने यह फैसला लिया।
अनंत स्वागत!
— Dr Dilip Jaiswal 🇮🇳 (@DilipJaiswalBJP) June 27, 2025
आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता डॉ अजीत यादव जी एवं उनके सैकड़ों समर्थकों को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई।
भाजपा परिवार में जुड़े इन नए साथियों का मैं हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करता हूँ। मुझे पूर्ण विश्वास है कि इनके जुड़ने… pic.twitter.com/WUzASOeZhv
शाहाबाद और मगध क्षेत्र में डॉ. अजीत यादव का दिखेगा का प्रभाव – दिलीप जायसवाल
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि डॉ. यादव के भाजपा में आने से शाहाबाद और मगध में भाजपा को एक नई शक्ति मिलेगी और इनके राजद को छोड़कर आने से एक नया माहौल बनेगा। आगे कहा कि भगवान कृष्ण के वंशज बीजेपी के साथ ही रहेंगे। यादव समाज के नेताओं से मिलकर भाजपा यह भी बताने की कोशिश करेगी कि अगर यादव समाज को किसी पार्टी ने सम्मान देने का काम किया है तो वह बीजेपी है।