नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। पांच मैचों की सीरीज की इस पहली भिड़ंत में मेज़बान टीम ने भारत को पांच विकेट से हराया। हालांकि मुकाबले से पहले ही कप्तान शुभमन गिल ने जो बात कही थी, वह अब चर्चा का विषय बन गई है। गिल का मानना था कि टेस्ट मैच जीतने के लिए 20 विकेट लेना अनिवार्य होता है और उनकी यही बात इस मैच में सच साबित हुई।
शुभमन गिल की रणनीति बनी चर्चा का विषय
सीरीज शुरू होने से पहले गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि, “टेस्ट मैच तभी जीता जा सकता है जब टीम 20 विकेट हासिल करे।” उन्होंने संकेत दिया था कि प्लेइंग इलेवन का चयन भी इसी रणनीति को ध्यान में रखकर किया जाएगा। हालांकि लीड्स टेस्ट में भारत की गेंदबाज़ी उस स्तर की नहीं रही, जिसकी उम्मीद की जा रही थी।
बल्लेबाज़ी में चमके भारतीय सितारे
भारतीय बल्लेबाज़ों ने टेस्ट की दोनों पारियों में शानदार प्रदर्शन किया। पहली पारी में यशस्वी जायसवाल (101), शुभमन गिल (147) और ऋषभ पंत (134) ने शतक जमाकर भारत को 471 रन तक पहुँचाया। वहीं दूसरी पारी में केएल राहुल (137) और पंत (118) की बदौलत टीम ने बड़ा स्कोर खड़ा किया। लेकिन लक्ष्य को मजबूत करने के बावजूद भारत गेंदबाजी में चूक गया।
गेंदबाजों की विफलता ने पलट दिया मैच
पहली पारी में भारतीय गेंदबाज इंग्लैंड को 465 रनों पर रोक सके, लेकिन दूसरी पारी में वे पूरी तरह से असफल रहे। इंग्लैंड की दूसरी पारी में ओपनर बेन डकेट (149 रन) और जैक क्रॉली (65 रन) ने टीम को तेज़ शुरुआत दी और भारत की पकड़ ढीली कर दी। भारतीय गेंदबाज़ पांच विकेट से ज्यादा नहीं निकाल सके, जिससे इंग्लैंड को जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई।
गेंदबाजी में अनुभव की कमी
टीम के सीनियर गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज कोई भी विकेट नहीं ले पाए। प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर ने दो-दो विकेट लिए, लेकिन काफी महंगे साबित हुए। वहीं, रवींद्र जडेजा ने किफायती गेंदबाज़ी करते हुए केवल एक विकेट चटकाया।
फील्डिंग भी बनी हार की बड़ी वजह
गेंदबाज़ी के साथ-साथ भारतीय फील्डिंग भी निराशाजनक रही। टीम इंडिया ने पूरे मैच में कुल 9 कैच टपकाए — जिनमें से 6 पहली पारी में और 3 दूसरी पारी में छोड़े गए। इन चूकों ने इंग्लैंड को मजबूत वापसी का मौका दे दिया।
अगली चुनौती बर्मिंघम में
अब दोनों टीमें 2 जुलाई से बर्मिंघम में दूसरा टेस्ट खेलेंगी। टीम इंडिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपनी गेंदबाजी और फील्डिंग में सुधार की होगी। कप्तान शुभमन गिल की रणनीति तभी सफल होगी जब टीम उनकी बातों को मैदान पर उतारने में सक्षम हो पाएगी।