तेजस्वी की EBC सियासत, मंडल को बनाया जदयू प्रदेश अध्यक्ष

चुनाव नजदीक आने के क्रम में बिहार की सियासत हर दिन नए करवट बदल रही है। सोमवार चर्चा में राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष की रही। पटना से सुजीत कुमार की ​रिपोर्ट...

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पटना: राष्ट्रीय जनता दल को बिहार का नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी रहे मंगनी लाल मंडल को राजद का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। इसके साथ ही बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का दावा किया है कि बिहार में किसी भी पार्टी ने पहली बार अति पिछड़ा वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। इसके सहारे तेजस्वी मतदाताओं के बड़े समूह को साधने की कोशिश में हैं। इससे पहले राजद से अनुसूचित जाति वर्ग, मुस्लिम वर्ग, पिछड़ा वर्ग एवं अगड़ा वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।

विधानसभा चुनाव से कुछ माह पहले जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंगनी लाल मंडल को राजद का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। यह इसलिए भी अहम है कि वह अति पिछड़ा वर्ग के धानुक समाज से आते हैं। बिहार में इनकी दो फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है। धानुक समुदाय टॉप पांच सबसे ज्यादा आबादी वाले ईबीसी समूहों में से एक है। यह समुदाय मधुबनी, सुपौल, पटना और नालंदा में केंद्रित है। इसके अलावा राज्य भर के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में भी इसकी अच्छी खासी आबादी है।

मंडल बिना चुनाव लड़े रहे 18 साल विधान परिषद सदस्य

मंगनी लाल मंडल एक ऐसे नेता हैं, जो बिना चुनाव लड़े 1986-2004 तक 18 साल विधान परिषद के सदस्य रहे हैं। वह लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी दोनों के मंत्रिमंडल में मंत्री रहे। इसके बाद 2004 से 2009 तक पांच साल राज्य सभा सदस्य रहे। इनकी राज्य सभा की सदस्यता इसलिए खत्म हो गई कि वह कार्यकाल पूरा होने से पहले जदयू में शामिल हो गए थे।

इसके बाद वह 2009 में झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर लोकसभा सांसद भी बने। इसके बाद इन्होंने फिर पाला बाला और 2014 में राजद के टिकट पर चुनाव लड़े और चुनाव हार गए। जब 2019 में राजद से टिकट नहीं मिला, तो वह जदयू के साथ हो लिए। लेकिन जदयू ने भी 2024 में इन्हें टिकट नहीं दिया है। इस तरह से इन्होंने अपने जीवन में दो लोकसभा चुनाव लड़े और उसमें से 2009 का चुनाव जीता था।

रहे जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष

मंडल को एक साल पहले जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारणी में जगह मिल गई थी। इनको जदयू ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया। यह तब हुआ था, जब जदयू के भीतर ही राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के ​खिलाफ विरोध बढ़ने लगा था। बड़ी बात यह कि जदयू इतिहास में आज तक सिर्फ दो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने हैं, एक प्रशांत किशोर और दूसरे मंगनी लाल मंडल।

उपाध्यक्ष चुने जाने पर तेजस्वी ने दी बधाई

मंगनी लाल मंडल के नए बिहार अध्यक्ष चुने जाने के बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उनके साथ अपनी कुछ तस्वीरें एक्स पर शेयर की हैं। मंडल को बधाई देते हुए तेजस्वी ने लिखा है, बिहार में यह पहला मौका है जब किसी अति पिछड़ा वर्ग से आने वाले शख्स को किसी भी राजनीतिक पार्टी ने अपना प्रदेश अध्यक्ष बनाया है।….सनद रहे, देश में राजद ही पहली एवं अकेली ऐसी पार्टी है, जिसने अपने संगठन में दलितों और अति पिछड़ों के लिए आरक्षण लागू किया हुआ है। हमें आशा ही नहीं, पूर्व विश्वास है कि मंगनीलाल मंडल के नेतृत्व में प्रदेश राजद नई उंचाइयों को छुएगा।

मंडल इसलिए बने राजद के प्रदेश अध्यक्ष

लालू यादव और तेजस्वी यादव का मानना है कि मंडल के जरिए राजद इस वर्ग को अपने पक्ष में लामबंद कर सकती है। खासकर तब, जब जदयू और बीजेपी भी ईबीसी वोटरों को रिझाने में जुटी है। मंडल का अनुभव और उत्तर बिहार में उनकी पकड़ समुदाय (केवरत जाति) में कही जाती है और यह आरजेडी के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

राजनीति के जानकार कहते हैं कि बिहार में EBC वोटरों की संख्या करीब 30-35% है। अमूमन यह समुदाय सरकार बनाने में निर्णायक भूमिका निभाता है। खास तौर पर मिथिलांचल क्षेत्र में मंगनी लाल मंडल एक जनाधार वाले नेता के तौर पर पहचान रखते हैं। जो क्षेत्र पिछले विधानसभा चुनाव में आरजेडी के लिए कमजोर प्रदर्शन वाला रहा था।

19 का ताजपोशी

बहरहाल बीते रविवार को प्रदेश राजद कार्यालय में मंगनी लाल मंडल के निर्विरोध निर्वाचित होने की घोषणा की गई। 19 जून को ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में इनकी प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर ताजपोशी होगी।

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