नई दिल्ली: अरबपति उद्यमी एलन मस्क ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पर सनसनीखेज आरोप लगाया है। मस्क ने दावा किया कि ट्रंप का नाम जेफरी एपस्टीन (Epstein Files) से जुड़ी गोपनीय फाइल्स में शामिल है और यही कारण है कि ट्रंप प्रशासन इन दस्तावेजों को सार्वजनिक नहीं कर रहा।
जेफरी एपस्टीन, एक कुख्यात यौन अपराधी और मानव तस्कर, पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों के लिए उनकी तस्करी के गंभीर आरोप थे। कई महिलाओं ने दावा किया कि एपस्टीन ने उन्हें अपने कैरिबियन द्वीप और न्यूयॉर्क, फ्लोरिडा व न्यू मैक्सिको के घरों में यौन सेवाएं प्रदान करने के लिए मजबूर किया। मस्क के इस बयान ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की मांग को हवा दी है। आइए जानते हैं कि एपस्टीन फाइल्स क्या हैं और क्या वाकई ट्रंप का नाम इनमें है।
मस्क और ट्रंप के बीच विवाद की शुरुआत
मस्क और ट्रंप के बीच तनातनी तब शुरू हुई, जब ट्रंप ने अपनी नीतियों, खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी में कटौती की बात कही। ट्रंप ने मस्क पर तंज कसते हुए कहा कि वह उनकी मदद के बावजूद नाखुश हैं। जवाब में मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर ट्रंप को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने दावा किया कि उनकी मदद के बिना ट्रंप का चुनाव जीतना असंभव था। बात यहीं नहीं रुकी। ट्रंप ने अपने प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर मस्क को निशाना बनाया और उनकी कंपनियों को सरकारी अनुबंध खत्म करने की धमकी दी। इसके बाद मस्क ने एपस्टीन फाइल्स में ट्रंप का नाम होने का दावा कर विवाद को नया मोड़ दे दिया।
जेफरी एपस्टीन कौन था?
जेफरी एपस्टीन न्यूयॉर्क में जन्मे एक फाइनेंसर थे, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत डाल्टन स्कूल में शिक्षक के रूप में की थी। 1976 में स्कूल से निकाले जाने के बाद उन्होंने बैंकिंग और वित्त क्षेत्र में कदम रखा। 2005 में फ्लोरिडा पुलिस ने उनके खिलाफ जांच शुरू की, जब एक माता-पिता ने शिकायत की कि एपस्टीन ने उनकी 14 वर्षीय बेटी का यौन शोषण किया।
जांच में खुलासा हुआ कि एपस्टीन ने 36 नाबालिग लड़कियों का शोषण किया था। 2008 में उन्हें दो मामलों में दोषी ठहराया गया, लेकिन एक विवादास्पद सौदे के तहत केवल 13 महीने की जेल हुई। 2019 में उन्हें न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा में यौन तस्करी के आरोप में फिर से गिरफ्तार किया गया, लेकिन मुकदमे से पहले उन्होंने जेल में आत्महत्या कर ली।
एपस्टीन फाइल्स क्या है?
एपस्टीन फाइल्स वे दस्तावेज और सामग्री हैं, जो उनकी जांच के दौरान अमेरिकी अधिकारियों ने जुटाई थीं। इनमें फ्लाइट लॉग, कॉल रिकॉर्ड, संपर्क सूचियां, गवाहों की गवाही, वीडियो और अन्य सबूत शामिल हैं। ये फाइल्स ज्यादातर एपस्टीन की सहयोगी गिस्लेन मैक्सवेल के खिलाफ 2015 के मानहानि मुकदमे से जुड़ी हैं। इनमें कई हाई-प्रोफाइल लोगों के नाम हैं, जो एपस्टीन के सामाजिक या व्यावसायिक दायरे में थे।
हालांकि, किसी का नाम होना अपराध का सबूत नहीं है, क्योंकि कई लोग सामाजिक मौकों पर एपस्टीन से मिले थे। इन दस्तावेजों को चरणबद्ध तरीके से जारी किया गया, जिसमें जनवरी 2024 और फरवरी 2025 में अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी के तहत महत्वपूर्ण रिलीज हुईं। फिर भी, कई दस्तावेज अभी भी गोपनीय या भारी रूप से संपादित हैं।
क्या ट्रंप का नाम एपस्टीन फाइल्स में है?
डोनाल्ड ट्रंप का नाम एपस्टीन फाइल्स में, खासकर उनकी निजी जेट ‘लोलिटा एक्सप्रेस’ के फ्लाइट लॉग में, शामिल है। रिकॉर्ड्स के मुताबिक, ट्रंप ने 1990 के दशक में सात बार इस जेट से यात्रा की, ज्यादातर पाम बीच, फ्लोरिडा और न्यूयॉर्क के बीच। इनमें से कुछ उड़ानों में उनकी तत्कालीन पत्नी मार्ला मेपल्स और बेटी टिफनी भी थीं। एपस्टीन खुद भी इनमें से कुछ यात्राओं में मौजूद था।
एक गवाही में, एपस्टीन की शिकार जोहाना सोजबर्ग ने बताया कि 2001 में एपस्टीन के विमान को अटलांटिक सिटी में उतारना पड़ा था, जहां एपस्टीन ने ट्रंप के एक कैसीनो में जाने का जिक्र किया था। ट्रंप का नाम एपस्टीन की कॉन्टैक्ट बुक में भी है, जिसमें अन्य हस्तियों जैसे इवाना ट्रंप और मिक जैगर के नाम भी शामिल हैं। हालांकि, इन दस्तावेजों में ट्रंप पर कोई अपराध का आरोप नहीं है। मस्क का दावा कि ट्रंप के कारण फाइल्स पूरी तरह सार्वजनिक नहीं हुईं, बिना सबूत के है और इसे सनसनीखेज माना जा रहा है।